क्रिप्टोकरेंसी की पूरी रामायण ।
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क्रिप्टोकरेंसी की पूरी रामायण |
एलेन मस्क (टेस्ला ओर स्पेस एक्स के मालिक )के बाद जेफ बेजोस( अमेज़न .कॉम के संस्थापक) भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सुर्खियों में है जिन्होंने क्रिप्टो की दुनिया मे उतरने का इशारा किया है जिसके कारण अचानक फिर से डिजिटल करेंसी पर नई रेस चल पड़ी है । भारत मे शीतकालीन संसद अधिवेशन में इसको लेकर बहस हो सकती है और इस पर बिल भी पास होने की संभावना है उम्मीद तो ये है कि भारत भी अपनी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कुछ निणर्य ले सकता है । एक अनुमान के अनुसार भारत मे डेढ़ करोड़ लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किये है जिसमे 1000 करोड़ तक कि रकम इस बाजार में लगी है ।
क्रिप्टोकरेंसी दुनिया मे पहले बार तब आम लोगो की नज़र में आई जब मीडिया में एक खबर ने सुर्खियां बटोरी ,खबर यह थी कि बिटकॉइन जो तीन चार साल पहले केवल एक रुपये के हजारवें भाग में मिलता था उसका रेट बढ कर 48 लाख प्रति कॉइन हो गया । यानी अगर तीन साल पहले किसी ने एक रुपया भी बिटकॉइन में लगाया होता तो वो 45 लाख के मालिक बन गया होता ।
क्रिप्टो करेंसी मार्किट ओर किस नाम से जानी जाती है ?
जहां क्रिप्टो करेंसी की खरीद फरोख्त होती है. उसे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, कहते है इसे DCE, कॉइन बाजार ,क्रिप्टो बाज़ार ओर डिजिटल करेंसी बाजार जैसे नामों से जाना जाता है.
बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई ?
क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत जापानी सतोशी नाकामोतो ने 2009 में शुरू किया था, लेकिन ऐसा नहीं है. कि इससे पहले इस पर कोई काम नही हुआ . अमरीका ने भी इससे पहले 1996 में इससे मिलता जुलता इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड लॉन्च किया था, जिससे बाद में शेयर बाजार में गोल्ड ETF की शुरुआत हुई ।
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी ?
सभी देशो मे लोकल लेन देन के लिए एक स्थानीय मुद्रा होती है जैसे भारत की रुपया ओर UK की पोंड पर ये सब बिना किसी बाधा के दूसरे देश मे नही चलती इनकी सबकी एक्सचेंज वेल्यू होती है जिससे इनका रेट भी अलग 2 होता है पर क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी मुद्रा होती है जिसकी स्वीकार्यता एक बराबर सब जगह एक जैसी होती है ।
क्रिप्टोकरेंसी एक कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी डिजिटल करेंसी है इस पर कोई भी देश व गवर्नमेंट अपना नियंत्रण नहीं रख सकती क्योंकि यह ऑनलाइन उपलब्ध है इस संसार में हर एक नई चीज का शुरू में विरोोध होता है औरअपने शुरु के दिनों में इसका भी जमकर विरोध हुआ लेकिन बाद में इसने popularity के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए ओर कई देशों ने इसे legal करार कर दिया था ,कुछ देश तो अब खुद की क्रिप्टोकरेंसी लाने की भी तैयारी कर रहे है एल सल्वाडोर दुनिया का पहला देश भी बन गया जिसने क्रिप्टोकरेंसी को लीगल मुद्रा के रूप में मान्यता दे दी ।
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कैसे काम करती है Cryptocurrency?
. इसके लेन-देन के लिए जिस प्रणाली का प्रयोग होता है उसे ब्लॉकचेन कहते हैं। ये डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड (कोडेड) होती हैं। ओर कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए कंट्रोल किया जाता है। इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल ब्लॉक के द्वारा रिकार्ड रखा जाता है ।
इस ब्लॉक की सिक्योरिटी और इंक्रिप्शन का काम माइनर्स का होता है. इसके लिए वे एक क्रिप्टोग्राफिक का हल एक ब्लॉक के जरिये Hash ( कोड) में सुरक्षित रखते है
ब्लॉकचेन में दर्ज होने के कारण इसको हैक या कॉपी करना लगभग असंभव है प्रत्येक लेनदेन का पूरा रिकॉर्ड इस ब्लॉक के द्वारा आगे से आगे जुड़ता रहता है । क्योंकि इसकी पूरी जानकारी किसी एक के पास नही होती बल्कि ब्लॉक के जरिये लाखो लोगो के पास होती है जिससे अगर इसे हैक करने हो तो सबकी सहमति एकसाथ चाहिए जो असम्भव है क्रिप्टोग्राफी की मदद से इसका रिकॉर्ड रखा जाता है. क्रिप्टो की खरीद को माइनिंग भी कहा जाता है ।
हैश खोजने से क्या होता है ?
जब माइनर अपना सुरक्षित hash खोजकर इसमे ब्लॉक को सिक्योर कर देता है तत्तपश्चात इसे ब्लॉकचेन से जोड़ देता है और नेटवर्क में दूसरे कंप्यूटर के जरिए उसे वेरिफाई करता है. इस प्रोसेस को आम सहमति कहा जाता है. ।
आम सहमति के बाद क्या होता है ?
अगर आम सहमति हो गई मतलब ब्लॉक के सिक्योर होने की पुष्टि हो गई. तो उसे सिक्योर करने वाले माइनर को क्रिप्टोक्वॉइन (cryptocoin) अलॉट कर दिए जाते हैं. यह एक रिवार्ड है जिसे काम के बदले मिलता है ।
इस समय कितने डिजिटल मुद्रा बाजार में है ?
कुल 2000 से ज्यादा क्रिप्टो मुद्राएं उपलब्ध हैं. जिन्हें हम Bitcoin के अलावा एथेरियम (ETH), लिटकोइन, डॉगकॉइन (Dogecoin) फेयरकॉइन (FAIR), डैश coin (DASH), पीरकॉइन (PPC), रिपल (XRP) इत्यादि मार्किट में प्रसिद्ध हैं.
क्या क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा किया जा सकता है ।
क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा करने के इलावा अब कोई चारा नही बचा है इसे आप एक आंकड़े से समझ सकते है 2021 में इसकी मार्किट 2000 अरब डॉलर से ज्यादा हो चुकी है अब तो जो देश इस पर सही समय पर निणर्य ले लेगा वो भविष्य में समझदारी का कदम सिद्ध हो सकता है ।
भारतीय मार्केट प्लेयर एक्सचेंज कौन-कौन सी हैं?
WazirX, Unocoin, Zebpay जैसी भारतीय कंपनियां भारत मे अपनी exchange के द्वारा क्रिप्टो करेंसी के कारोबार में अपनी सेवाएं दे रही हैं. भारत सरकार ना तो इसको स्वीकार करती है ओर ना ही इसपर ban लगा पा रही है । खरीद फरोख्त की ये सभी एक्सचेंज 24 घंटे खुली रहतीहैं. इसको खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है. आपको केवल इन exchange पर साइन अप करना होता है इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होता है इसके बाद आप लेन देन शुरू कर सकते है
कौन है भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के फाइंडर ?
WazirX भारत की सबसे बड़ी ओर लोकप्रिय exchange है जिसके फाउंडर निश्चल शेट्टी है बाजार में Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल exchange से भी आप Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते है , सभी exchange में सारी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए उपलब्ध नही होती । अलग 2 एक्सचेंज में अलग 2 डिजिटल मुद्रा की लोकप्रियता से इसे लॉन्च किया जाता है इससे आप दुनिया की महंगी से महंगी चीज़ खरीद सकते है ये अब हर जगह स्वीकार्य हो गया है केवल सरकार को छोड़ कर कुुुछ दिनों पहले वर्ल्ड का सबसे बड़ा हीरा क्रिप्टो करेंसी से ही खरीदा गया ।
सरकारे इसे स्वीकार करने में डर क्यों रही है ?
सरकारें इस पर शक़ करती आई है और इसे अपनी करेंसी के लिए ख़तरा मानती हैं क्योंकि ये एक ऐसी वर्चुअल दुनिया का हिस्सा है जो ना तो किसी एक व्यक्ति ओर ना ही सरकार के नियंत्रण में है इसलिए यह मुद्रा अपनी समानांतर दुनिया खड़ी कर सकता है ।
सट्टा खेलने का अगर शौक है तो ये है बेहतर विकल्प ।
cryptocurrency के बाजार में लगा सकते हो बेहतर सट्टा , बाजार में कई ऐसे coin है जो आपको एक पैसे से भी कम में मिल जाएंगे कई तो 100 रुपये के आपको एक करोड़ coin भी मिल जाएंगे अगर आप मोटा मोटा 100 अलग 2 कॉइन में 100 रुपये प्रति कॉइन के हिसाब से निवेश करके भूल जाये यानी 10,000 रुपये लगा कर भविष्य के लिए बुरा सपना समझ के भूल जाये तो किस्मत का पता नही चलता 100 में से अगर एक आधा coin भी चल पड़ा तो लाखों का फायदा होते समय नही लगेगा ।
आप की knowldge के लिए बता दूं की ज्यादातर कॉइन का कोई fundamental नही होता सब speculation पर चलते है हर कॉइन की एक फिक्स संख्या बाजार में उतारी जाती है जब सब कॉइन खरीददार द्वारा खरीद लिए जाते है यानी बर्न हो जाते है तब इसकी वैल्यू बढ़ना चालू हो जाता है उसके बाद जब कोई इसे बेचेगा तभी दूसरा इसे खरीद पायेगा इससे इसका रेट बढ़ना चालू हो जाता है यानी अगर 1 पैसे से भी कम संख्या वाले coin कभी एक रुपये का हो गया तो एक करोड़ बनते समय नही लगेगा । भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टो exchnge wazirx में लगभग एक लाख लोगो ने एकाउंट बना रखा है ।
क्रिप्टो करेंसी से inspire होकर एक नई डिजिटल करेंसी आज की दुनिया मे लोगो के सिर चढ़ कर बोल रही है जिसे नॉन फंजिबल टोकन (NFT) कहा जाता है जल्दी ही इसके बारे में आप के लिए अलग से एक ब्लॉग लाऊंगा ।
आपका संजीव वालिया
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