शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2020

क्या स्टारलिंक बन जायेगा दुनिया का सबसे बड़ा इन्टरनेट प्रोवाइडर ?



क्या स्टारलिंक बन जायेगा दुनिया का सबसे बड़ा इन्टरनेट प्रोवाइडर  ?

जिओ नही रह पायेगा 2025 तक सबसे सस्ता इंटरनेट प्रोवाइडर ।

   तकनीकी दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है  आज जो तकनीक हमे बहुत एडवांस दिखाई देती है कुछ दिन के बाद वो कचरे से ज्यादा नही समझी जाती ,ऑडियो ओर वीडियो टेप से शुरू हुई तकनीक ,पहले फ्लॉपी,फिर ऑडियो CD ,फिर MP3 -MP4 से होते हुए पेन ड्राइव,SD कार्ड से होते हुए गूगल स्टोरेज तक आ पहुंची ।ओर अब लगातार नए विकल्प खोजे जा रहे है । यही तकनीक अब इंटरनेट प्रोवाइडर के रूप में हर रोज बदल रही है पहले 2G, फिर 3G,,4G,4G LTE, ओए अब 5G की जंग, कई कंपनी इसमें आई ओर सब कुछ लूटा के चली गई जिसमें अनिल अंबानी की रिलायंस कंपनी भी थी जो डूब गईं । मार काट के इस बाजार में जो वक्त के साथ तेज़ी से बदल गया वो टिक गया जो नही बो गायब हो गया ।

  भारत मे जिओ का आगाज़

 जिओ भी इसी उम्मीद के साथ भारत  में इंटरनेट प्रोवाइड करने वालो का सरताज बन बैठा । ओर बाजार में वो  एकाधिकार की तरफ बढ़ रहा है ,क्योंकि बाजार इसी सिद्धांत पर चलता है जहाँ बड़ी मछली छोटी मछली  को निगल जाती है पर   ठहरिए मामले में नया मोड़ आने वाला है ।

   अमरीकी उद्योगपति एलेन मास्क ने ऐलान किया है कि वो 2025 तक पूरे विश्व मे 100 mb की स्पीड से सबसे सस्ता ओर हर जगह उपलब्ध रहने वाला इंटरनेट उपलब्ध कराएंगे ,इसके लिए वो 12000 सेटेलाइट पृथ्वी के 500 किलोमीटर की कक्ष में स्थापित करेंगे ।जहां से पृथ्वी के हर कोने में नेट चलेगा चाहे फिर वो जंगल हो या समुद्र  या रेगिस्तान या बीहड़ ,इसके लिए उनकी कंपनी स्टारलिंक ने तेज़ी से काम शुरू कर दिया  है 

इस को प्राप्त करने के लिए आपको न तो सिम चाहिए न ही।ब्रॉडबैंड की मदद चाहिए बस इसको चलाने के लिए डिश से कई गुना छोटे ऐंटीने की जरूरत पड़ेगी ।

क्योंकि अन्तरिक्ष में किसी का भी अधिकार नही इसलिए कोई भी देश उसके इस कार्य मे तब तक बाधा नही डाल सकता जब तक उससे मानव को कोई नुकसान न हो ,शुरू में एलन के काम  मे भी कुछ लोगो ने बाधा डाली जब कुछ खगोलशास्त्री ने ऐतराज जताया कि उसकी सेटेलाइट सूरज की प्रकाश को परिवर्तित कर रही है जिससे अन्तरिक्ष में देखने मे प्रॉब्लम आ रही है मास्क ने तुरंत एन्टी रेफ़्लेक्टिंग कोटिंग करना शुरू कर दिया ।और सफल रहे ।

अभी लेटेंसी रेट 500 मिलिसेकंड है जो मास्क 25 ओर फिर 10 लाना चाहते है ।लेटेंसी वो रेट होती है जो सेटेलाइट से पृथ्वी तक के सिग्नल को पहुचने में समय लगता है      

  क्या होगी कीमत

मास्क  नई तकनीक की कीमत 100 या 200 डॉलर तक one time रख सकता है  ,बाकी  महीने के चार्ज देकर आप इसे चालू रख पाएंगे ।स्पीड भी 100mb से लेकर 1 GB तक होगी । 

पर वहीं पर चीन ओर रूस क्या नई तकनीक इसके मुकाबले खोजेंगे ये देखना पड़ेगा ।क्योंकि वर्ल्ड में दोनो देश अमरीका की बादशाहत सहन नही कर पाएगए ।

अब आप खुद समझ सकते है अम्बानी कहाँ टिक पायेगे  एलन मास्क के सामने ।






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