बुधवार, 26 अगस्त 2020

पांडव गुफा करोल का टिब्बा सोलन ट्रैकिंग व पर्यटन के लिए लाजवाब जगह

Karol cave


 पाण्डव गुफा करोल ,पिकनिक के लिए अच्छा स्थल ।

      हिमाचल में हिमालय रेंज की सबसे पुरानी और लंबी 28 किमी गुफा आज भी रहस्य बनी हुई है। कहा जाता है कि पांडवों के अलावा इस गुफा को कोई पार नहीं पाया 

      यह गुफा हिमाचल के कालका-शिमला हाईवे के समुद्र तल से 7000 हजार फीट की ऊंचाई पर करोल पहाड़ पर स्थित है।

     गुफा के अंदर प्रवेश करते ही तरह 2 की आकृतियां दिखने लगती हैं। सोलन में इसे करोल टिब्बा के नाम से भी जाना जाता है।

     गांव के लोगों का मानना गुफा के अंदर अलौकिक शक्तियां हैं। जिनका रहस्य अभी तक वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए हैं, इस गुफा के अंदर 150 फीट तक ही जाया जा सकता है, गुफा अंदर पानी के कारण काफी फिसलन है और लैंड स्लाइड से पत्थर भी गिरते रहते हैं।

 ये भी पढ़े ।



हिमालय रेंज की 28 किमी लंबी गुफा, 

   देव भूमि हिमाचल में हिमालय रेंज की सबसे पुरानी और लंबी 28 किमी गुफा आज भी रहस्य बनी हुई है। कहा जाता है कि पांडवों के अलावा इस गुफा को कोई पार नहीं पाया। 

इसलिए है पिंजौर गार्डन कनेक्शन...

       ऐसा कहा जाता है कि यह गुफा पांडव काल की है और इस स्थान से शुरू होकर 40 किमी दूर कालका के पिंजोर गार्डन में निकलती है।

      एक जर्मनी के साइंटिस्ट ने जब  गुफा के अंदर प्रयोग के तौर पर रंगीन पानी डाला तो यह पिंजौर गार्डन के पानी के प्राकृतिक चश्मों में निकला। जिससे एक बात तो साबित होती है कि गुफा पिंजौर में ही निकलती है वैज्ञानिकों की टीम भी इस गुफा का मुआयना कर चुकी है। टीम ने अंदेशा जताया था कि इस गुफा के अंदर बड़ी झील हो सकती है। कवदंती के मुताबिक महाभारत में जब शकुनि ने पांडवों को लाक्ष्य गृह में जिंदा जलाने की योजना तैयार की तो भीष्म पितामह ने पांडवों को भगाने के लिए इस गुफा का निर्माण किया था,पांडवों यहां पर पांच वर्ष तक रहे थे। गुफा के अंदर कई अजीबोगरीब चीजें हैं जिन्हें देखने के बाद किसी की अंदर जाने की हिम्मत नहीं पड़ती ,गुफा के अंदर कई शिवलिंग भी बने हुए हैं। ऐसे में यह गुफा भगवान शिव से जुड़े अनेकों रहस्य समेटे हुए हैं।

        गांव के लोगों का कहना है कि करोल के पहाड़ पर दुर्लभ जड़ी बूटियां हैं,गुफा के अंदर ऑक्सीजन की कमी महसूस होती है व चमगादड़ो ओर अन्य छोटे बड़े जीव जंतु की उपस्थिति नज़र आती है  कुछ दूर के बाद घुप्प अंधेरा आ जाता है अभी तक कोई भी डिस्कवरी या नेशनल जियोग्राफिक चैनल इसका भेद नही खोल पाए है अगर इस पर रिसर्च की जाए तो निश्चित तौर पर कई बड़े रहस्य सामने आएंगे । कई जीव जंतु जो इसके अंदर है वो दूर 2 तक इस इलाके में नही दिखाई देते है कहते है कि  इस पहाड़ी में कीमती जड़ी बूटियों का खजाना है पर कम लोग ही इनको पहचान पाते है ।देश के तीसरे मिनरल वाटर गोल्डन ईगल का उदगम भी यही पहाड़ी है इसकी चोटी  से चायल और शिमला दिखाई देते है । करोल टिब्बे की ऊंचाई  2237 मीटर है ।



4 टिप्‍पणियां:

If any Queries let me know

दिमाग को कॉपी करने वाली तकनीक बस आने वाली है ।

दिमाग को कॉपी करने वाली तकनीक बस आने वाली है  स्पीच सिंथेसाइजर जैसी तकनीक से एक कदम आगे की सोच रहे है एलन मस्क  SpaceX और Tesla जैसी कंपनियो...